Not known Factual Statements About karj mukti upay
कर्ज़ मुक्ति के लिए सबसे शुभ मंगलवार का दिनशरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व
हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। अलग-अलग दिन पड़ने वाले प्रदोष की महिमा अलग-अलग होती है। सोमवार का प्रदोष, मंगलवार को आने वाला प्रदोष और अन्य वार को आने वाला प्रदोष सभी का महत्व और लाभ अलग अलग है।मंगलवार को आने वाले इस प्रदोष को भौम प्रदोष कहते हैं। इस दिन स्वास्थ्य सबंधी तरह की समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है। इस दिन प्रदोष व्रत विधिपूर्वक रखने से कर्ज से छुटकारा मिल जाता है। साथ ही इस दिन आप गरीब व जरूरतमंद को भोजन भी कराएं। ऐसा करने से आपके अशुभ ग्रहों का प्रभाव खत्म होता है।
कर्ज मुक्ति और धन वृद्धि के लिए बजरंगबली के ये उपाय हैं लाभकारी
तुष्टो ददासि साम्राज्यं रुश्टो हरसि तत्क्षणात्॥९॥
"जय बजरंगबली" कहते हुए उन्हें प्रेमपूर्वक दें।
कर्ज से छुटकारा पाने के लिए, लाल कपड़े पहनें या अपने साथ एक लाल रूमाल रखें। खाने में गुड़ का प्रयोग करें।
भविष्य पुराण में कर्ज मुक्ति के उपाय कैसे लगे आपको ? आच्छा लगे तो शेयर जरूर करें।
भगवान विष्णु के मंदिर में केले का पेड़ लगाएं
पूर्णिमा और मंगलवार को कर्ज दें और बुधवार को कर्ज लें।
कर्ज जीवन का ऐसा बोझ है जो व्यक्ति के आत्मविश्वास और मानसिक शांति दोनों को खा जाता है। लेकिन अगर आप ज्योतिषीय उपायों को गंभीरता से अपनाएं और हर मंगलवार को नियमित रूप से ये उपाय करें, तो मंगल दोष शांत होता है और धीरे-धीरे कर्ज से मुक्ति के रास्ते खुलने लगते हैं। साथ ही सही प्लानिंग, सेविंग और खर्च पर कंट्रोल करके आप आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बन सकते हैं।
इन्द्रजाल में रुद्राक्ष के चमत्कारी महारह्स्य
दोनों मुट्ठियों में काली राई लें। चौराहे पर पूर्व दिशा की ओर मुंह रखें तथा दाहिने हाथ की राई को बाईं ओर website तथा बाएं हाथ की राई को दाहिनी दिशा में फेंक दें। राई फेंकने के पश्चात चौराहे पर सरसों का तेल डालकर दोमुखी दीपक जला देना चाहिए। दीया मिट्टी का रखना चाहिए। यह प्रयोग शुक्ल पक्ष के प्रथम शनिवार को संध्या के समय करें। श्रद्धा द्वारा किया गया यह उपाय अवश्य कर्ज से मुक्ति दिलाता है। एक बार सफलता न प्राप्त हो तो दोबारा फिर कर लेना चाहिए। यह उपाय शनिश्चरी अमावस्या को भी कर सकते हैं।
अपने घर में, अशोक का पेड़ लगाएं, और उसे रोजाना पानी दें।